Chandrayaan-3: इसरो का मिशन Chandrayaan-2 क्यों हुआ था फेल? ये थी वजह

ISRO एक बार फिर चंद्रयान-3 के साथ चांद को छूने के लिए तैयार है.

देशभर की नजरें चंद्रयान 3 पर टिकी हुई हैं.

इसके पहले 2019 में चंद्रयान 2 का इसरो से लॉन्चिंग के बाद संपर्क टूट गया था.

हाल ही में इसरो चीफ सोमनाथ ने बताया था कि विक्रम लैंडर जब लैंडिंग स्पॉट की ओर बढ़ रहा था तब क्या गलत हुआ था.

सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर के लिए हमारे पास पांच इंजन थे, जिनका इस्तेमाल वेलॉसिटी को कम करने के होता है.

इन इंजनों ने अपेक्षा से ज्यादा थ्रस्ट पैदा किया और इसके कारण बहुत सी परेशानियां बढ़ने लगीं.

वहीं लैंडर जब बहुत तेजी से मुड़ने लगा, तो सॉफ्टवेयर इसे कंट्रोल नहीं कर सका, क्योंकि इतनी हाई-रेट की उम्मीद नहीं थी.

चंद्रयान 2 के फेल होने का तीसरा कारण लैंडिंग के लिए पहचानी गई 500 मीटर x 500 मीटर की छोटी लैंडिंग साइट थी.

हालांकि, इसरो ने इन कमियों को दुरुस्त कर लिया है और अबकी चंद्रयान-3 इतिहास रचने को तैयार है.