Chandrayaan-3: चंद्रमा का साउथ पोल है एक पहेली, चंद्रयान-3 उठाएगा रहस्यों से पर्दा
Chandrayaan-3 चांद की कक्षा में दाखिल होने के बाद चक्कर लगा रहा है.
Chandrayaan-3 15 दिन बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करेगा.
इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बन जाएगा.
दरसअल, दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव हमेशा से पहेली बना हुआ है.
इस जगह के कुछ इलाके में छाया रहती है, कुछ में अंधेरा.
इस जगह के कुछ इलाके में छाया रहती है, कुछ में अंधेरा.
चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में कई गड्ढे ऐसे हैं, जिनमें के अंदरूनी हिस्से में सूरज की रोशनी तक नहीं पहुंचती है.
NASA की मानें तो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर तापमान -203 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
इसके कारण चंद्रमा पर स्थित यह गड्ढे बहुत ठंडे हैं.
यहां हाइड्रोजन, बर्फ और बाकी वाष्पशील पदार्थों का ऐसा जीवाश्म रिकॉर्ड है जिनका सौरमंडल के शुरू होने से जुड़ाव हैय
बहुत अधिक ठंड और तापमान के कारण चांद के इस इलाके में बहुत सालों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.