ज्योतिष में 12 राशियों के स्वामी ग्रह होते हैं और कुंडली में 9 ग्रहों के प्रभाव से जीवन में सुख-दुख मिलता है
मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह होता है और यह ग्रहों का सेनापति माना जाता है
वृष ग्रह का स्वामी शुक्र ग्रह होता है और यह वैभव और संपन्नता का कारक माना जाता है
मिथुन ग्रह का स्वामी बुध ग्रह को माना जाता है और यह बुद्दि, उन्नति और व्यापार का कारक माना जाता है
कर्क ग्रह का स्वामी चंद्रमा को माना जाता है और यह सौंदर्य का कारक माना जाता है
सिंह ग्रह का स्वामी सूर्य को माना जाता है और यह सरकार से जुड़ा और करियर में उन्नति का कारक माना जाता है
मिथुन के अलावा बुध ग्रह को कन्या राशि का स्वामी भी माना जाता है.
तुला ग्रह का स्वामी भी शुक्र ग्रह होता है, जो कि भोग विलास का कारक है
वृश्चिक राशि का स्वामी भी मंगल ग्रह होता है, जो कि ताकत और साहस का कारक माना जाता है
धनु राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति होता है, जो कि शिक्षा और ज्ञान का कारक माना जाता है
मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि देव हैं, इन्हें न्याय का कारक ग्रह माना जाता है
मकर के अलावा कुंभ राशि के स्वामी ग्रह भी शनि देव हैं.
मीन राशि के स्वामी भी देव गुरु बृहस्पति ही हैं