ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत करने के लिए रत्न धारण किए जाते हैं
कुंडली का विश्लेषण कराकर और राशियों के अनुसार इन्हें धारण करने पर जीवन में सकारात्मक असर देखने को मिलता है
वहीं बिना जाने समझे इन्हें पहनने पर इसके उल्टे परिणाम भी मिल सकते हैं
नवरत्नों में पुखराज को बेहद ही असरदार माना जाता है
पुखराज को गुरु बृहस्पति का रत्न माना जाता है
इस रत्न के अनुकूल होने पर घर में धन संपत्ति की कभी कोई कमी नहीं होती
वहीं बृहस्पति ग्रह के कारण विवाह में आने वाली बाधाओं से भी मुक्ति मिलती है
इसके अलावा व्यापार, शिक्षा, करियर, पारिवारिक जीवन के लिए भी यह लाभकारी सिद्ध होता है
ज्योतिष के अनुसार, मेष, वृषभ, सिंह, धनु और मीन राशि के लोग पुखराज पहन सकते हैं
वहीं वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों को पुखराज धारण करने से बचना चाहिए
पुखराज को हमेशा सोने की अंगूठी में ही धारण करना चाहिए
गंगाजल और दूध से धोने के बाद इसे अपनी तर्जनी अंगुली में पहनें
बृहस्पतिवार के दिन इसे धारण करना उत्तम माना जाता है