अकेला इजरायल कैसे अरबों देशों पर भारी? इन वजहों से बना सुपरपावर

इजरायल हमास का युद्ध तेज हो जा रहा है. मुस्लिम देशों की ओर से इजरायल का विरोध किया जा रहा है

हालांकि, अरब देश अकेले इजरायल को पीछे नहीं धकेल सकते, क्योंकि पैसा और पावर में यह छोटा-सा देश काफी आगे है

इजरायल की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है. वो अमेरिका, चीन और यूरोप के अग्रणी देशों के साथ व्यापार करता है

इजरायल आयात से अधिक अपनी वस्तुओं का निर्यात करता है. ऐसे में उसे व्यापार में घाटा नहीं होता

इजरायल के मिलिट्री हार्डवेयर और वेपंस अपने पड़ोसी देशों की तुलना में ज्यादा आधुनिक हैं और जरूरत की ज्यादातर चीजें देश में ही बनती हैं

इजरायल से ज्वैलरी, हीरे-मोती, फर्टिलाइजर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट व क्रूड ऑयल का भी निर्यात किया जाता है

इजरायल स्पाई टेक्नोलॉजी बेचता है, उसके छोटे और हल्के हथियारों की अन्य देशों में बड़ी मांग है.

मुस्लिम देश..जैसे लेबनान, सउदी अरब और मिस्र अपने सैन्य साजो-सामान अन्य देशों से महंगे दामों पर खरीदते हैं

एक करोड़ से भी कम आबादी वाले इजरायल की GDP वर्ष 2023 में 500 अरब डॉलर से भी ज्यादा है

इजरायल के उलट फिलिस्तीन की बात करें तो उसकी GDP महज 19 अरब डॉलर की है

इजरायल क्षेत्रफल में पाकिस्तान से काफी छोटा है, यह महज 22 हजार वर्ग किमी में फैला है, जबकि पाक लगभग 8 लाख वर्ग किमी में फैला है.

इजरायल की साक्षरता भी पड़ोसी देशों की तुलना में ज्यादा है. वहां के बच्चों में देशप्रेम की भावना अधिक है.