इजरायल और हमास की लड़ाई में अब तक कई हजार लोगों की मौत हो चुकी है
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के बेडौइन सैनिकों को भी जान गंवानी पड़ी है
आखिर कौन हैं बेडौइन अरब मुसलमान जो इजरायली सेना की तरफ से लड़ रहे हैं?
50 के दशक में इजरायल ने ठीक-ठाक संख्या में बेडौइन मुसलमानों को नागरिकता दी और नेगेव रेगिस्तान (Negev) में उनकी बस्तियां बनाने में मदद की
ओटोमन साम्राज्य के आखिरी सालों में कुछ बेडौइन अरब मुसलमान (Bedouin Arab Muslim), खानाबदोश की जिंदगी छोड़कर इजरायल के कुछ इलाकों में स्थायी तौर पर बसना शुरू हुए
जब इजरायल की नींव रखी गई, तब कुछ यहूदियों ने इन मुसलमानों को अपनी बस्तियों की सुरक्षा के लिए गार्ड की नौकरी दे दी
वहीं कुछ यहूदियों ने इन्हें खेतों में भी काम पर रखा.
1970 में इनके लिए इजरायल डिफेंस फोर्सेज में एक स्पेशल ”बेडौइन स्काउटिंग यूनिट” बनी
इसके बाद वहीं साल 1986 में ”डेजर्ट स्काउटिंग यूनिट” का गठन किया गया, जो गाजा पट्टी के पास तैनात है
इजरायल डिफेंस फोर्स के अनुसार हर साल करीबन 450 बेडौइन अरब, सेना में शामिल होते हैं