हर 10 में से 1 भारतीय को होगा कैंसर, WHO ने मौतों को लेकर किया आगाह
कैंसर जानलेवा बीमारी है लेकिन उससे भी ज्यादा खतरनाक है इसकी पहचान करना.
कैंसर की पहचान, रोकथाम और इसके इलाज के लिए हर साल 7 नवंबर के दिन को 'नेशनल कैंसर जागरूकता दिवस' के रूप में मनाया जाता है.
कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा प्रमुख कारण है. ग्लोबल लेबल पर बात करें तो 6 में से 1 मौत का कारण कैंसर से होता है.
WHO द्वारा जारी 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर' में कहा गया कि एशिया घातक बीमारी के वैश्विक मामलों की कुल संख्या का 49.3% हिस्सा शेयर करता है.
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2020-2040 तक एशिया में बीमारी के नए मामलों में 59.2% की वृद्धि दर्ज की जाएगी.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 10 में से एक भारतीय को अपने जीवनकाल में कैंसर हो जाएगा और 15 में से 1 की इससे मृत्यु हो जाएगी.
भारत में हर साल 1.1 मिलियन नए कैंसर के मामले सामने आते हैं और इनमें से अधिकांश मामलों का पता तब चलता है जब बीमारी थर्ड स्टेज में पहुंच चुकी होती है.
पुरुषों में फेफड़े, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल, पेट और लीवर कैंसर सबसे आम प्रकार के कैंसर हैं.
जबकि महिलाओं में स्तन, कोलोरेक्टल, फेफड़े, गर्भाशय ग्रीवा और थायरॉयड कैंसर सबसे आम हैं.