काशी-अयोध्या के बाद अब मथुरा की बारी, बांके बिहारी कारिडोर पर खर्चेंगे 1 हजार करोड़

PM मोदी के अगुवाई वाली BJP सरकार भारत की सांस्कृतिक-धार्मिक विरासतों को संजोने में जुटी है

BJP सरकार में महादेव के धाम काशी-उज्जैन में विशेष कॉरिडोर बनाए गए, केदारनाथ को भी संवारा गया

रामनगरी अयोध्या में भगवान के बालरूप 'रामलला' का जन्मभूमि मंदिर बन रहा है, हजारों करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं

इसी के साथ BJP सरकार अब भगवान के अवतार श्रीकृष्ण के बृजधाम को सजाने-संवारने में जुट गई है

बृजधाम वृंदावन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर का कॉरिडोर सरकार बनाएगी

बांके बिहारी कॉरिडोर बनाए जाने का कुछ स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं, वे अदालत पहुंच गए हैं

हालांकि, हाईकोर्ट ने वृंदावन में बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने की सरकार की निर्माण योजना को मंजूरी दे दी है

हाईकोर्ट ने कहा कि कॉरिडोर बने, लेकिन सरकार मंदिर के खाते में जमा 262 करोड़ रु को न छुए

योगी सरकार अब खुद बांके बिहारी कॉरिडोर और अन्य जरूरी सुविधाओं के लिए खर्च मुहैया कराएगी

प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो बांके बिहारी कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण पर ही 300 करोड़ खर्च होंगे

जमीन अधिग्रहण के बाद कॉरिडोर निर्माण के लिए 505 करोड़ रुपये की जरूरत होगी

प्रशासन को अंदेशा है कि वर्तमान बांके बिहारी मंदिर के जीर्णोद्धार में ही 100 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं

इस प्रकार, पूरे बांके बिहारी कॉरिडोर प्रोजेक्ट में करीब 1 हजार करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है