जिस नाव से मुंबई पहुंचे थे सारे आतंकी, क्या है उसका हाल? 

देश की वित्तीय राजधानी मुंबई को हिलाकर रख देने वाले आतंकी हमले के 15 साल बीत चुके हैं.

लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते मुंबई के तट से शहर में एंट्री ली और वहां ताज होटल, रेलवे स्टेशन समेत कई जगहों को एक साथ निशाना बनाया. 

कराची से मुंबई पहुंचे आतंकवादियों ने चार दिनों तक मुंबई में तांडव मचाया. 

लेकिन अजमल कसाब सहित आतंकवादियों ने मुंबई पहुंचने के लिए जिस ट्रॉलर का इस्तेमाल किया था, वह अब भी गुजरात में पोरबंदर के बंदरगाह के एक कोने में खड़ा है.

मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए अजमल कसाब और लश्कर-ए-तैयबा के 9 अन्य आतंकवादियों ने गुजरात तट से एक नाव को कब्जे में ले लिया था.

इस नाव का नाम कुबेर है. जब आतंकियों ने नाव को कब्जे में लिया उस वक्त 4 लोग इसमें सवार थे. जिसे आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया था.

इस ट्रालर के मालिक विनोद ने बताया, ‘ट्रॉलर को 2009 में मुंबई आतंकवादी हमले के कुछ ही महीनों बाद पोरबंदर वापस लाए जाने के बाद बंदरगाह लाया गया और वहीं रखा गया है.

सरकार से मदद की अपील करते हुए विनोद ने कहा, सरकार को मेरे बारे में जरूर सोचना चाहिए, क्योंकि इसमें मैंने अपना सब कुछ खो दिया है.