आखिर हवाई जहाज में टेक ऑफ और लैंडिंग के समय क्यों बंद कर दी जाती हैं Lights? जानें इसके पीछे की बेहद खास वजह

क्या आप जानते हैं कि फ्लाइट के टेक ऑफ या लैंडिंग के समय उसकी लाइट्स (Lights) क्यों बंद कर दी जाती है.

अगर नहीं तो आइये आज हम आपको इसके पीछे के अहम कारण के बारे में बताते हैं.

हमारी आंखों को अंधेरे में एडजस्ट होने में करीब 10 से 30 मिनट का समय लगता है. ऐसे में एयरलाइंस इस बात का ध्यान रखती है

अगर प्लेन में टेक ऑफ या लैंडिंग के समय अचानक कोई हादसा हो जाए और प्लेन की लाइट्स तुरंत बंद हो जाए

इसलिए टेक ऑफ या लैंडिंग से काफी देर पहले ही प्लेन की लाइट्स डिम कर दी जाती है.

इसके अलावा लैंडिंग और टेकऑफ के समय प्लेन की लाइट्स इसलिए भी बंद कर दी जाती है, ताकि यात्रियों को फ्लाइट में लगी एमरजेंसी लाइट्स साफ तौर पर नजर आ सके.

इन एमरजेंसी लाइट्स में चमकने वाले रिफलेक्‍टर्स लगे होते हैं और ये लाइट्स ठीक यात्रियों की सीट के ऊपर लगी होती है

जो रेड और येल्लो रंग की होती हैं. यह लाइट्स आपको हर एक्शन के लिए सिग्नल देने का काम करती हैं.