मोर में सुंदर होने के अलावा और क्या-क्या बातें होती हैं खास?

दुनिया के सबसे रंगीन और आकर्षक जानवरों में मोर को जरूर शामिल किया जाएगा. इनके पंख, किलगी जैसे कई कारण हैं कि मोर बहुत ही सुंदर पक्षी माना जाता है.

बहुत सारे लोग भारत के राष्ट्रीय पक्षी के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं. चाहे मोर और मोरनी में अंतर हो, मोर के पंख हों या फिर उनकी किलगी, उनके जीवन में बदलाव आदि कई बातें चौंकाती हैं.

दुनिया में मोर को केवल खूबसूरती के लिए ज्यादा जाना जाता है. केवल दक्षिण एशिया में पाए जाने वाले मोर भारत की संस्कृति और हिंदू धर्म में विशेष विशेष स्थान रखते हैं.

रोचक बात यह है कि मोर और मोरनी के अंग्रेजी में अलग अलग नाम है. मोर को पीकॉक कहते हैं, तो मोरनी को पीहेन, दोनों के लिए पोफाउल नाम है.

अगर आपको लगता है कि खूबसूरत पंखों वाला जानवर मोर और मोरनी दोनों होते हैं तो ऐसा नहीं है. फैले हुए और लंबे पंख केवल मोर के यानी नर के होते हैं.

महीनों तक अंडों में रहने के बाद जब मोर के बच्चे बाहर आते हैं तो शुरू में नर या मादा दोनों ही एक से लगते हैं.

यह तो बहुत से लोग जानते हैं कि मोर मोरनी को आकर्षित करने के लिए मोरपंखों का उपयोग करते हैं. लेकिन ये मोरनी ही होती है तो मोरपंख को देख कर अपना साथी चुनती है.

मोर की किलंगी की मोरनी को आकर्षित करने में बहुत बड़ी भूमिका होती है. नर और मादाओं दोनों में ये कलंगी ताज की तरह दिखती है.

मोरनी के बारे में एक रोचक तथ्य यह है कि वे अधिक उम्र में मोर की तरह पंख विकसित करने लगती हैं और उनकी आवाज भी मोर की तरह होने लगती हैं.