Maldives VS Lakshadweep: मालदीव की अपेक्षा लक्षद्वीप जाने के लिए क्यों कम हैं साधन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप के दौरे की तस्वीरें सामने आने के बाद शुरू हुई बहस ने मालदीव को घुटनों पर ला दिया.
दरअसल इन मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत पर विवादित टिप्पणियां की थीं. इन टिप्पणियों पर भारत समेत मालदीव के नेताओं की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं.
भारत के लोगों ने मालदीव में अपनी छुट्टियां कैंसिल कर दीं. यहां तक कि एक ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी Easemytrip ने मालदीव के लिए बुकिंग तक बंद करने फैसला किया.
भले ही मालदीव सरकार डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रही हो लेकिन इस घटना के बाद से इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिल सकता है.
सिरिकम की ओर से शेयर किए गए डेटा से पता चलता है कि करंट वीक में मालदीव के लिए 325 इंटरनेशनल डिपार्चर हैं.
भारत और मालदीव के बीच हर सप्ताह 58 फ्लाइट्स हैं. वहीं 10 फ्लाइट्स मालदीव की ओर से संचालित की जाती हैं.
इंडियन कैरियर्स की मालदीव में सीमित उपस्थिति रही है. फिर साल 2018 के बाद इसमें बहुत बदलाव आया जब गो एयर ने माले के लिए उड़ानें शुरू कीं
लक्षद्वीप में इंडियन कैरियर्स की उपस्थिति बहुत कम रही है, इतना ही नहीं एक समय था जब एलायंस एयर ने कोच्चि से मार्ग संचालित करने के लिए 19 सीटर बी1900 को वेट लीज पर लिया था.
उम्मीद है कि इससे लक्षद्वीप को लक्जरी टूरिज्म के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को जल्दी से पाने में मदद मिलेगी.