ईरान के हमले से खुद को कैसे बचाएगा अमेरिका?

अरब में अमेरिका के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए ईरान समर्थित तमाम गुट एक हो गए हैं. 

अमेरिकी हमले से हूती के हथियार जरूर खत्म हो गए, लेकिन ईरान इसकी भरपाई जल्द कर देगा.

अब ईरान समर्थित गुटों को पलटवार की खुली छूट दे दी गई है. सीरिया और ईराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले तेज हो गए हैं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाल सागर में भी हूती का हमला और विध्वंस्क होने वाला है. ईरान की शह पर अमेरिका पर चार मोर्चे से हमला होना तय माना जा रहा है.

ईरान भले ही इस युद्ध में शामिल न हो, लेकिन ईरानी हथियारों से अमेरिका के खिलाफ जंग बेहद घातक दौर तक जा सकती है.

हूती बदले की आग में झुलस रहा है. अब जितने भी हथियार बचे हैं हूती उनसे विध्वंस्क हमले कर सकता है. 

ईरान का दूसरा मोहरा हिज्बुल्लाह है जो लगातार लेबनान बॉर्डर पर इजराइल पर हमले कर रहा है. अब ये ग्रुप भी अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोलेगा.

सीरिया और ईराक में ईरान समर्थित गुट इस्लामिक रेजिस्टेंस ने अमेरिकी ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए हैं और इन सबके पीछे ईरान है.

सीरिया में अमेरिकी ठिकानों पर हमले जारी हैं. रविवार को खरब अल जीर बेस को टारगेट किया गया. इरबिल एयरपोर्ट को एक बार फिर टारगेट किया गया.