यह मॉडल काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के अंतर्गत आने वाली सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट (CSIR-CBRI) ने लगाया है.
CBRI के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. देबदत्ता घोष ने बताया कि रामलला की प्रतिमा पर सूर्य तिलक हर राम नवमी की तिथि पर होगा.
सूर्य की किरण रामलला के प्रतिमा के मस्तिष्क पर तिलक करेंगी. उन्होंने बताया कि रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से 12:06 बजे तक सूर्य की किरणें रामलला के मस्तिष्क पर तिलक करेंगी.
इसके लिए CBRI ने ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया है की गर्भ गृह के अंदर सूर्य की किरण जाएगी और प्रभु श्री राम की मूर्ती पर तिलक करेगी.
यह सर्कुलर तिलक 75 मिमी का होगा, जो रामनवमी के दिन दोपहर में छह मिनट के लिए भगवान राम के माथे को सुशोभित करेगा.
यह खास तिलक हर साल सिर्फ राम नवमी के मौके पर ही दिखाई देगा.