आज से माघ का महीना शुरू, 1 महीने तक भूल से भी न करें ये काम वरना...

माघ महीना 26 जनवरी 2024 से शुरू हो रहा है. इसकी समाप्ति 24 फरवरी 2024 को माघ पूर्णिमा पर होगी.

माघ महीने में संगमतट पर कल्पवास किया जाता है, मान्यता है इससे आत्मा पवित्र हो जाती है, शरीर को नई ऊर्जा मिलती है.

ये हिंदी पंचांग का 11वां महीना है. माघ महीने में किया गया दान कई जन्मों के पाप से मुक्ति कर देता है और मृत्यु के बाद व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. 

माघ महीने में प्रकृति अनुकूल होने लगती है, ऐसे में इस माह में देर तक न सोएं, जल्दी उठकर स्नान करें.

माघ महीने में तामसिक चीजों का सेवन न करें, ये महीने श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी को समर्पित है.

शास्त्रों के अनुसार इस माह  में मांस ग्रहण करने से घर में दरिद्रता आने लगती है.

माघ में दिया गया दान का फल कई जन्मों तक मिलता है लेकिन दान में कभी बासी, खराब, कटी-फटी चीजें न दें. इसके साथ ही स्वार्थ की भावना से दान न दें. इसका पुण्य नहीं मिलता.

माघ महीने में तिल की सबसे खास अहमीयत है. मकर संक्रांति के बाद माघ महीने में तिल से जुड़े व्रत-त्योहार जैसे तिल चतुर्थी, षट्तिला एकादशी और तिल द्वादशी व्रत आएंगे. 

इन तीनों ही व्रत में तिल से स्नान, तिल का दान और तिल का सेवन करने से अक्षय फल मिलता है. तिल में मौजूद पौष्टिक तत्व पूरे साल शरीर को तंदुरूस्त रखते हैं.