उत्तराखंड का हल्द्वानी हिंसा की ये आग एक धार्मिक विशेष के शिक्षण संस्थान और प्रार्थना स्थल पर बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान फैली.
इस हिंसा छह लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए.
इसके इतर, उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली.
राजधानी शिमला के बिलासपुर में रेलवे लाइन के निर्माण के लिए धर्म विशेष के लोगों ने अपने पूर्वजों की 15 कब्रें खुदवाकर उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया.
बता दें कि हल्द्वानी में मदरसा और नमाज स्थल हाटने को लेकर जमकर बवाल हुआ था. उपद्रवियों ने पुलिस और राहगीरों को निशाना बनाया था.
दरअसल, भानुपल्ली-बैरी-लेह रेलवे लाइन का काम शिमला के बिलासपुर में तेजी से चल रहा है.
यह रेलवे लाइन बिलासपुर के लुहणू मैदान के पास बने कब्रिस्तान के कुछ हिस्सों से होकर गुजर रही थी.
रेल निर्माण कंपनी के अधिकारियों वार्ता के दौरान धर्म विशेष के लोगों से कहा कि कब्रिस्तान का कुछ हिस्सा रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में आ रहा है.
बीते सोमवार को निर्माण कंपनी अधिकारियों की मौजूदगी में धर्म विशेष के लोगों ने अपने पूर्वजों की 15 कब्रें खुदवाकर उन्हें सम्मान के साथ दूसरी जगह शिफ्ट किया.
जिला प्रशासन और कंपनी अधिकारियों ने इसके लिए धर्म विशेष के लोगों का शुक्रिया अदा किया और उन्हें धन्यवाद दिया.
इस निर्णय को लेकर जामा मस्जिद कमेटी के प्रधान हारुन मोहम्मद ने कहा कि हमारे लिए धर्म से बढ़कर पहले हमारा देश है.