भारत के दोस्त सीसी के आगे झुके 'खलीफा' एर्दोगान, करनी पड़ी इससे दोस्ती
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान करीब 12 साल बाद पड़ोसी मिस्र की यात्रा पर पहुंचे हैं.
इतने वर्षों से इन दोनों ही बेहद अहम मुस्लिम देशों तुर्की और मिस्र के बीच काफी तनाव चल रहा था.
मुस्लिम देशों का खलीफा बनने के सपने देख रहे तुर्की के राष्ट्रपति मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी से नाराज थे.
इतने सालों के बाद अब एर्दोगान को अपनी गलती समझ में आ गई है और वह खुद अल सीसी से मिलने के लिए बुधवार को काहिरा पहुंच गए.
एर्दोगान के इस कदम को पश्चिम एशिया में क्रांतिकारी माना जा रहा है.
तुर्की और मिस्र दोनों ही क्षेत्रीय ताकते हैं और इनके बीच यह दोस्ती तब हो रही है जब गाजा में इजरायल जमकर हमले कर रहा है.
मिस्र के राष्ट्रपति ने एर्दोगान का जोरदार स्वागत किया. एर्दोगान और सीसी दोनों ने ही कई साल से एक-दूसरे को अवांछित व्यक्ति करार दे रखा था.
साल 2022 में कतर में फुटबाल वर्ल्ड कप के दौरान एर्दोगान और सीसी के बीच पहली बार एक छोटी सी मुलाकात हुई.
काहिरा पहुंचे एर्दोगान के साथ मिस्र ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किया है. उन्होंने कहा कि यह मिस्र और तुर्की के बीच रिश्तों में एक नए युग की शुरुआत है.