DRDO बना रहा ये घातक हथियार, चुटकियों में बैलिस्टिक मिसाइलें होंगी तबाह
भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) बहुत जल्द भारत में बने लेजर हथियार Durga-2 का टेस्ट करने वाली है.
दुर्गा का पूरा मतलब है डायरेक्शनली अनरेस्ट्रिक्टेड रे-गन एरे (Directionally Unrestricted Ray-Gun Array).यह एक डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) है.
लेजर ही भविष्य के हथियार हैं. कई देशों के पास लेजर वेपन हैं. इस समय दुनिया भर में दो एंटी-एयरक्राफ्ट या एंटी-मिसाइल लेजर वेपन हैं, वो फुलप्रूफ नहीं हैं.
उनकी मारक क्षमता 100 फीसदी नहीं है. डीआरडीओ ने भी लेजर हथियार बनाना शुरू किया.
इसका नाम है दुर्गा-2. इसके बारे में विदेशी मीडिया में भी खबरें चली थीं कि भारत ऐसा लेजर सिस्टम तैयार कर रहा है, जो किसी बैलिस्टिक, क्रूज मिसाइल या फाइटर जेट को गिरा सकता है.
इसका इस्तेमाल चीन और पाकिस्तान सीमा पर किया जाएगा.
चीन या पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइलें भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं. भारत ने रूस से पांच S-400 एंटी-मिसाइल सिस्टम खरीदे हैं. इनका नाम सुदर्शन रखा गया है.
ये सिस्टम भारत के इलाके में गिरने वाली मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर देगा. लेकिन यह हर मिसाइल को मार गिराएगा, इसकी गारंटी यह एयर डिफेंस सिस्टम भी नहीं देता.
लेजर वेपन भी दुश्मन के जहाज, राडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, जेट, मिसाइल को गिरा सकता है.
साल 2021 में अमेरिकी डिफेंस मीडिया ने रिपोर्ट छापी थी कि नई दिल्ली में मौजूद लेजर साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (LSTC) नई जेनरेशन का लेजर सिस्टम बना रहा है.