इस काम के लिए रूस की शरण में पहुंचा पाकिस्तान, भारत को लेकर रूस...
पाकिस्तान ने चीन की मदद से अब ब्रिक्स में शामिल होने के लिए नई चाल चली है.
पाकिस्तान ने अपना दूत रूस भेजा है ताकि पुतिन सरकार पर ब्रिक्स की सदस्यता के लिए दबाव डाला जा सके.
पाकिस्तानी सीनेट की डिफेंस कमिटी के चेयरमैन मुशाहिद हुसैन सैयद मास्को पहुंचे हैं.
उन्होंने उम्मीद जताई है कि रूस पाकिस्तान की ब्रिक्स की सदस्यता के आवेदन पर तेजी से विचार करेगा
मुशाहिद ने दावा किया कि ब्रिक्स में अगर पाकिस्तान शामिल होता है तो यह पूरा ब्लॉक मजबूत होगा.
भारत की मंजूरी के बिना पाकिस्तान की ब्रिक्स की सदस्यता संभव नहीं है और यही वजह है कि पाकिस्तान भारत के सबसे करीबी दोस्त रूस पर दबाव डाल रहा है.
रिपोर्ट्स के अनुसार बातचीत में कहा कि हमें आशा है कि रूसी पक्ष हमारे आवेदन पर सकारात्मक तरीके से विचार करेगा.
पाकिस्तानी नेता ने कहा कि हमारे रूस और चीन दोनों के ही साथ अच्छे रिश्ते हैं और हम एससीओ के भी सदस्य हैं, इसलिए हमारे आवेदन पर तेजी से विचार किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स न केवल रणनीतिक गठबंधन है बल्कि 'ग्लोबल साउथ का का मूर्तरूप है.'
पाकिस्तानी नेता ने रूस को खुश करने के लिए यहां तक दावा कर दिया कि पश्चिमी देश खासकर अमेरिका दोहरे मापदंड अपना रहा है.