यमन में हूती विद्रोहियों के 18 ठिकानों भारी बमबारी, अमेरिका ने दी चेतावनी 

यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर बड़ा हमला किया है.

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि यमन की राजधानी सना में हूती के ठिकानों को निशाना बनाकर ये हमले किए गए हैं और इस दौरान 18 ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

अमेरिका ने कहा कि हूती आतंकी मालवाहक जहाजों पर हमला कर रहे थे. इसलिए हमने उनपर हमला किया.

हूती विद्रोहियों पर किए गए हमले अभी तक हूतियों के एक्शन को रोकने में विफल रहे हैं जिसकी वजह से  वैश्विक व्यापार बाधित हुआ है और शिपिंग दरें बढ़ गई हैं.

हमलों में भाग लेने वाले या समर्थन देशों ने बयान जारी करते हुए कहा कि सैन्य कार्रवाई यमन में आठ जगहों पर की गई जिसमें 18 हूती ठिकानों को निशाना बनाया गया. 

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमले का उद्देश्य ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ताकत का खात्मा करना है. 

उन्होंने कहा, 'हम हूती विद्रोहियों को बताना चाहते हैं कि यदि उन्होंने अपने अवैध हमलों को नहीं रोका तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे. 

हूती मध्य पूर्वी अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं और यमन तथा अन्य देशों को दी जाने वाली मानवीय सहायता के वितरण को बाधित करते हैं.'  

हूती विद्रोहियों पर की गई स्ट्राइक यमन को गाजा में फिलिस्तीनी लोगों को सहायता अभियान प्रदान करने से रोकने का एक दयनीय प्रयास था.