महा शिवरात्रि पर ऐसे करें भोलेनाथ का रुद्राभिषेक, घर-परिवार रहेगा खुशहाल

महा शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का विधान है. माना जाता है कि इस दिन शिवजी का अभिषेक करने से भक्तों की हर मनोरकामना पूरी होती है.

महा शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक के दौरान मुंह पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठना शुभ माना गया है.

रुद्राभिषेक के दौरान पवित्र होकर पहले शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं.

गंगाजल या दूध अर्पित करने के लिए पीतल का पात्र (श्रृंगी) का इस्तेमाल करना अच्छा माना गया है. 

रुद्राभिषेक के दौरान श्रृंगी नहीं होने पर पीतल के लोटा से जल या दूध चढ़ाया जा सकता है. 

रुद्राभिषेक के दौरान शिव के मंत्रों का जाप करना चाहिए. रुद्राष्टअध्यायी के मंत्रों का उच्चारण करना सबसे अच्छा माना गया है. 

इसके अलावा आप चाहें तो ओम् नमः शिवाय, महामृत्युंजय मंत्र, रावण संहिता, शिव तांडव स्तोत्र का भी पाठ कर सकते हैं.

शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करने के बाद गन्ने का रस, शहद, दूध और दही जैसी पवित्र वस्तुएं अर्पित करें. 

इसके बाद शिवलिंग पर लकड़ी वाला चंदन घिसकर अर्पित करें.

शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग के पत्ते, धतूरा इत्यादि भी अर्पित कर सकते हैं.