इस कैलाश पर्वत से शिव-पार्वती ने देखा था श्रीराम और रावण का युद्ध

महाशिवरात्रि के दिन शिवजी की विशेष पूजा की जाती है. इस बार महा शिवरात्रि 8 मार्च को है.

महाशिवरात्रि है तो शिव जी के निवास स्थान माने जाने वाले कैलाश पर्वत को लेकर भी श्रद्धालुओं के मन में जिज्ञासा बढ़ जाती है.

कैलाश के आस पास एक नई तरह की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

देश में एक ऐसी जगह है जहां एक और कैलाश पर्वत स्थित है. 

नैनीताल स्थित भीमताल को छोटा कैलाश कहा जाता है. मान्यता है यहां पर शिवजी और मां पार्वती ने कुछ समय विश्राम किया था.

कहा जाता है यहां पर एक भगवान शिव ने धूनी जमाई थी. तभी से इस स्थान पर अखंड धूनी जलाई जा रही है

महा शिवरात्रि की रात छोटे कैलाश में श्रद्धालु रात भर अनुष्ठान, पूजा पाठ, करते हुए जागरण करते हैं.

मान्यता के अनुसार, पारद शिवलिंग की उपासना करने से शादी के जुड़ी दिक्कदें दूर हो जाती हैं. 

भीमताल के छोटे कैलाश को लेकर मान्यता है कि माता पार्वती और भोलेनाथ ने राम-रावण का युद्ध देखा था.