Mahashivratri 2024: भोले बाबा की काशी तैयार, अयोध्या से आई हल्दी, ठंडाई-पान से लगेगा भोग
महाशिवरात्रि (8 मार्च) को लेकर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी पूरी तरह से तैयार हो गई है.
महाशिवरात्रि के खास मौके पर अयोध्या के रामायणी पं. वैद्यनाथ पांडेय के परिवार से भेजी गई हल्दी संध्याबेला में शिव को लगाई गई.
इस मौके पर महिलाएं ढोलक और मंजीरे के साथ मंगल गीत गाते हुए दिखाई दीं. बाबा को खास बनारसी ठंडई, पान और पंचमेवा का भोग लगाया गया.
बता दें कि बाबा श्री काशी विश्वनाथ की प्रतिमा तिलकोत्सव बसंत पंचमी पर हुआ था. हल्दी की रस्म के लिए गवनहिरयों की टोली संध्या बेला में महंत आवास पहुंची.
तो वहीं हल्दी के पारंपरिक शिवगीतों में दूल्हे की खूबियों का बखान किया गया. शिव का सेहरा और पार्वती की मौरी कैसे तैयार की जा रही है.
बता दें कि महाशिवरात्रि को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर सज कर तैयार हो गया है.
इस बार 5 प्रवेश द्वारों से भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दरबार में इंट्री मिलेगी. इसी के साथ ही भक्तों की निकासी के लिए भी अलग अलग रास्तों का चयन किया गया है.
काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 के अलावा गंग द्वार, दुढ़ीराज, सरस्वती फाटक और नंदू फारिक गेट से भक्तों को एंट्री मिलेगी. तो वहीं बाबा का लाइव दर्शन भी भक्त कर सकेंगे.
वाराणसी शहर के चौराहों पर स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए एलईडी स्क्रीन पर भक्त शहर के प्रमुख चौराहों पर बाबा के लाइव दर्शन करेंगे.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि 8 मार्च को मंगला आरती से लेकर 9 मार्च को 11 बजे तक लगातार 36 घंटे बाबा विश्वनाथ लाइव दर्शन देंगे.