जानें क्यों पीएम मोदी के मिशन मॉरीशस से निकल जाएगी चीन की हेकड़ी!
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 3 दिनों की विदेश यात्रा पर मॉरीशस जा रही हैं. वह सोमवार को यहां से रवाना होंगी. इस दौरान वह मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस में हिस्सा लेंगी.
समारोह में भारतीय नौसेना भी अपने दो युद्धपोतों के साथ शिरकत करेगी. इसके बाद राष्ट्रपति 14 परियोजनाओं का मॉरिशस में उद्घाटन करेंगी.
द्रौपदी मुर्मू के इस दौरे को मालदीव में चीन की चालबाज़ी को ध्वस्त करने की नई नीति मानी जा रही है.
द्रौपदी मुर्मू का यह दौरा 11-13 मार्च तक होगा. जहां वह इस द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी.
आपको बता दें 12 मार्च को मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस सामारोह मनाया जाता है. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध 1948 में स्थापित हुए थे.
साल 2000 के बाद से मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वालीं द्रौपदी मुर्मू छठीं भारतीय राष्ट्रपति हैं.
दो युद्धपोतों- आईएनएस तीर और सीजीएस सारथी के साथ भारतीय नौसेना की एक टुकड़ी भी इस समारोह में हिस्सा लेंगी.
जानकारी के मुताबिक मॉरीशस के साथ भारत 14 समझौते कर सकता है. मोदी सरकार की सागर पॉलिसी के तहत मॉरीशस में छह नए प्रोजेक्ट को भी पूरा किया जाएगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दौरा एक ऐसे समय में हो रहा है जब मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्ज़ू के सत्ता में आते ही मालदीव के भारत से रिश्ते बिगड़ने लगे हैं और चीन के साथ करीबी बढ़ रही है.