विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि-आज नई दिल्ली में जर्मन मिशन के उप प्रमुख को बुलाकर हमारे आंतरिक मामलों पर उनके विदेश मंत्रालय की ओर से की गई टिप्पणियों पर भारत के कड़े विरोध से अवगत कराया गया है.
जायसवाल ने कहा है कि-हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं.
जायसवाल ने कहा है कि-भारत कानून के शासन वाला एक जीवंत और मजबूत लोकतंत्र है.
आगे उन्होंने आगे उन्होंने कि जिस तरह भारत और अन्य लोकतांत्रिक देशों में कानून अपना काम करता है,
विदेश मंत्रालय कहा है कि- इस मामले में भी कानून अपना काम करेगा. इस मामले में पक्षपातपूर्ण धारणाएं बनाना अनुचित है."
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि हमने इसे नोट किया है. भारत एक लोकतांत्रिक देश है.
विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी कि- 'हमें उम्मीद है कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों से संबंधित सभी मानकों को इस मामले में भी लागू किया जाएगा'.
जर्मन विदेश मंत्रालय ने आगे कहा था, "आरोपों का सामना कर रहे किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह केजरीवाल भी निष्पक्ष ट्रायल के हकदार हैं. उन्हें भी बिना किसी प्रतिबंध के सभी कानूनी रास्तों को चुनने का अधिकार है.
जर्मन विदेश मंत्रालय ने आगे कहा था 'जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी कहा था कि निर्दोष होने के अनुमान कानून के शासन का एक प्रमुख तत्व है और वो इस केस में भी लागू होना चाहिए'.