तालिबान ने महिलाओं के लिए जारी किया ये क्रूर फरमान, जानकर कांप उठेगी रूह

अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के आने के बाद ही लोगों ने डर जताया कि इसका सबसे ज्यादा नुकसान अफगान महिलाओं को होगा. 

यही डर अब सच होता जा रहा है महिलाओं की पढ़ाई पर पाबंदी लगाने के बाद तालिबान ने एक और फरमान जारी किया है.

अफगान में रहने वाली महिलाओं के लिए तालिबान ने पत्थर मा-मार के मौत की सजा का ऐलान किया है.

तालिबान सुप्रीमो ने कहा है कि अफगानिस्तान में महिलाओं को एडल्ट्री के लिए कोड़े मारे जाएंगे और पत्थर मारकर हत्या कर दी जाएगी. 

इसके अलावा तालिबान सुप्रीमो ने पश्चिमी लोकतंत्र के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की भी कस्म खाई है. 

तालिबान प्रमुख मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा ने कहा कि अंतराष्ट्रीय समुदाय द्वारा समर्थित महिलाओं के अधिकार तालिबान की इस्लामी शरिया कानून के विरोधाभासी है. 

उन्होंने आगे कहा कि क्या महिलाएं चाहती है जिनके बारे में पश्चिमी लोग बात कर रहे हैं वे शरिया और हमारी राय के खिलाफ हैं, हमने पश्चिमी लोकतंत्र को उखाड़ फेंका है.

अखुंदजादा ने चेतावनी देते हुए कहा कि कबुल पर कब्जा करने से ये लड़ाई खत्म नहीं हुआ है. इसका मतलब ये नहीं है कि हम सिर्फ बैठ कर चाय पिएंगे. 

अखुंदजादा का ये संदेश तालिबान महिलाओं के लिए किसी खतरे कि घंटी से कम नहीं है.