बजरंग बाण का ऐसे करें पाठ, हनुमान जी हमेशा रहेंगे सहाय
हनुमान जी की कृपा पाने के लिए बजरंग बाण का पाठ बेहद अचूक माना गया है. बजरंग बाण का पाठ करने के लिए सबसे पहले गणेश जी का ध्यान करें.
गणेशजी की पूजा करने के बाद बजरंग बाण के पाठ का संकल्प लें. फिर बजरंग बाण का पाठ शुरू करें.
बजरंग बाण पाठ के लिए सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठें. इसके बाद स्नान करके हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें.
कुश के आसन बैठकर बजरंग बाण का पाठ करना शुभ माना गया है. पाठ के बाद धूप, दीप और फूल चढ़ाते हुए पहले हनुमान जी की पूजा अर्चना करें.
बजरंग बाण पाठ के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शब्दों का उच्चारण सही हो. हनुमान जी को प्रसाद के तौर पर चूरमा, लड्डू और दूसरे मौसमी फल चढ़ा सकते हैं.
बजरंग बाण का पाठ किसी भी दिन शुरू ना करें बल्कि मंगलवार से ही इसका पाठ आरंभ करना शुभ माना गया है. मनोकामना पूर्ति के लिए 41 दिनों तक इसका पाठ करना चाहिए.
बजरंग बाण का पाठ करते समय खास तौर पर लाल रंग के कपड़े पहने. इस दौरान ब्रह्मचर्य के नियम का पालन करना जरूरी है.
बजरंग बाण के पाठ का संकल्प जितने दिनों का हो उतने दिनों तक नॉनवेज और किसी भी प्रकार के नशे का सेवन ना करें.
शास्त्रों में बजरंग बाण को चमत्कारी और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने बताया गया है. इसका पाठ विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार के दिन करना लाभदायक साबित हो सकता है.