Pakistan में नकदी संकट पर देश के पूर्व राष्ट्रपति ने क्या बोला, जानें मामला

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति Arif Alvi ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों को अपनी नियति बदलने के लिए सब कुछ भुलाकर फिर से एक नई शुरुआत करनी होगी.

अल्वी ने सोशल साइट ‘एक्स’ पर लिखा कि कुछ लोगों का यह तर्क कि यह पहले भी हो चुका है और दूसरों ने भी ऐसा ही किया है तर्कसंगत नहीं है. यह पीछे ले जाने वाली सोच है, जिसमें आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं है.

74 वर्षीय अल्वी 2018 से मार्च 2024 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. उन्होंने कहा कि अपनी नियति बदलने के लिए फिर से सोचना होगा, सब कुछ डिलीट कर एक नई शुरुआत करनी होगी.

अल्वी, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी हैं और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने कहा कि चुराए गए जनादेश के साथ संसद में पूरी तरह से राजनीतिक तमाशा किया जा रहा है.

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने न्यायपालिका पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने दावा किया कि न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया बहुत धीमी और आंशिक है.

उन्होंने कहा कि एक के बाद एक ‘कुटिल’ मामले में राजनेता, कार्यकर्ता, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जेल में बंद हैं. उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों के खिलाफ क्रूर कार्रवाई ‘बेहद और घृणित रूप से आम’ है.

इमरान और उनकी पार्टी पीटीआई ने लगातार कहा है कि 8 फरवरी के आम चुनावों के नतीजे में धांधली हुई थी और पाकिस्तान सेना ने सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का साथ दिया है.

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, राजनीति और न्यायपालिका की गिरती हालत की आलोचना करते हुए अल्वी ने कहा कि देश की संस्थाओं पर गहरा दबाव है और उन्हें पक्षपाती रुख अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है. 

उन्होंने नकदी संकट से जूझ रहे देश की वर्तमान स्थिति की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है, जिसके बारे में IMF, एशियाई विकास बैंक और अन्य वैश्विक संस्थानों ने भी बताया है.