यूरोप और चीन में प्रॉक्सी वॉर (Proxy War) चल रहा है. ये जंग व्यापारिक और तकनीकी प्रतिबंधों के सहारे लड़ी जा रही है. अमेरिका भी इसमें यूरोपीय देशों की मदद कर रहा है.
उधर चीन अपनी सेना को लगातार नए हथियार दे रहा है. उनके प्रशिक्षण करवा रहा है. मिसाइलों के ट्रायल कर रहा है. नए रणनीतिक ढांचे तैयार किए जा रहे हैं.