सूडान में अब कई नए इलाक़े गृहयुद्ध की चपेट में आ गए हैं और इस देश में एक नई मानवीय आपदा का ख़तरा पैदा हो गया है.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने शुक्रवार को सुरक्षा परिषद को चेतावनी दी कि सूडान में चल रहे गृह युद्ध के चलते लगभग 8 लाख लोग तत्काल खतरे में हैं.

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि देश में हिंसा बढ़ रही है और पूरे दारफुर पश्चिमी सूडान के शहर दारफुर में भयानक सांप्रदायिक संघर्ष शुरू होने का खतरा है. 

बता दें, सूडान में एक साल पहले सूडान की सेना (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच युद्ध छिड़ गया था, जिससे दुनिया का सबसे बड़ा विस्थापन संकट पैदा हो 

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि लगभग 25 मिलियन लोगों, सूडान की आधी आबादी को सहायता की जरूरत है और लगभग 8 मिलियन लोग अपने घर छोड़कर भाग गए हैं. 

संयुक्त राष्ट्र सहायता अभियान के निदेशक, एडेम वोसोर्नू ने कहा, “हिंसा एल फैशर में रहने वाले 8 लाख नागरिकों के लिए तत्काल खतरा पैदा करती है.” 

उन्होंने आगे कहा, “इससे दारफुर के बाकी हिस्सों में और हिंसा भड़कने का खतरा है – जहां 9 मिलियन से ज्यादा लोगों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है.”

खाद्य सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र समर्थित वैश्विक प्राधिकरण ने पिछले महीने के अंत में कहा था कि “बड़े पैमाने पर मौत और सूडान में भयावह भूख संकट को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जरूरत है.”

वहीं संयुक्त राष्ट्र समर्थित वैश्विक प्राधिकरण ने सोमवार को पेरिस में एक सम्मेलन में दान देने वालों ने युद्धग्रस्त सूडान के लिए 2 अरब डॉलर से अधिक देने का वादा किया.