उस युग में जब हैहय वंश के शासकों का प्रभाव बहुत बढ़ गया था, वे अन्य जातियों को तंग करते थे, धर्म की क्षति हो रही थी..तब ऋषि जमदग्नि के यहां परशुराम ने जन्म लिया
पुराणों में उल्लेख है कि- हैहय वंश (क्षत्रिय) के राजा कार्तवीर्यार्जुन, जिसको 1000 भुजाओं का बल वरदान में मिला था..उसने जमदग्नि ऋषि के आश्रम पर आकर अत्याचार किए थे, दिव्य गाय छीन ले गया था