आखिर क्यों इस फिल्म के डायरेक्टर को दी जा रही कोड़े की सजा?

ईरान में एक जाने-माने फिल्ममेकर हैं मोहम्मद रसूलोफ उनकी फ़िल्में Cannes, Berlin जैसे film festivals में सलेक्ट होती रहती हैं.

उनके विषय और क्राफ्ट तारीफ के काबिल होते हैं.

जैसे कि उनकी नई फ़िल्म "द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग" जिसे Cannes Film Festival में प्रीमियर के लिए चुना गया है. वहां ये 24 मई, 2024 को दिखाई जाएगी.

लेकिन ईरानी स्टेट नहीं चाहता कि ये फ़िल्म दिखाई जाए. तो रसूलोफ पर दबाव डालने के लिए उन्हें सजा सुनाई गई है.

ईरान की एक अदालत ने रसूलोफ को आठ साल जेल की सजा दी है. साथ में जुर्माना भी लगाया है.

उन्हें कोड़े मारने और उनकी संपत्ति ज़ब्त करने के भी आदेश दिए हैं. इसकी जानकारी रसूलोफ के वकील ने एसोसिएटेड प्रेस को दी है.

रसूलोफ के वकील बाबक पाकनिया हैं, जो एक मानवाधिकार वकील हैं. उन्होंने "एक्स" पर लिखा कि अपील कोर्ट में उनकी सजा बरकरार रखी गई है.

रसूलोफ की सजा का मुख्य कारण उनके विचारों, बयानों, फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज़ को बताया जा रहा है. .

ईरानी सरकार ने कान फिल्म फेस्टिवल से "द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग" को वापस लेने के लिए रसूलोफ और उनकी टीम पर ख़ूब दबाव डाला है.

इस दौरान फिल्म के निर्माताओं को परेशान करना और अभिनेताओं को पूछताछ के लिए बुलाना, उनके देश छोड़ने पर रोक लगाना शामिल था.

मोहम्मद रसूलोफ एक ईरानी फिल्ममेकर हैं, जिन्होंने अपनी फिल्म 'देयर इज नो इविल' के लिए 2020 में बर्लिन में गोल्डन बियर जीता था.