बात जब खाड़ी वाली देशों की आती है तो दिमाग में बड़े-बड़े रेगिस्तानी इलाके आते हैं.  

रेगिस्तान एक ऐसे क्षेत्र को कहा जाता है, जहां साल भर में न केवल 25 सेंटीमीटर यानी 9.8 इंच से कम बारिश होती हो बल्कि वहां की मिट्टी भी कम उपजाऊ हो.

लेकिन इसमें सवाल उठता है कि रेगिस्तानी देश आखिर बाहर से रेत क्यों मंगाते हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में-

आखिर सऊदी अरब का 95 प्रतिशत हिस्सा रेगिस्तान है, लेकिन फिर वह बाहर के देशों से रेत मंगवाता है. 

वजह यह है कि सऊदी अरब के रेगिस्तान की रेत मोटी होती है, जबकि कंस्ट्रकशन के लिए रेत महीन होनी चाहिए.

आपको बता दें रेगिस्तानी रेत निर्माण के लिए मोटी के अलावा बहुत चिकनी होती है.

रेगिस्तान के बीच में होने के बावजूद UAE  ने आयात की गई रेत से दुबई में निर्माण कार्य किया.

दुबई के मशहूर बुर्ज खलीफा बनाने के लिए भी ऑस्ट्रेलिया से उच्च क्वालिटी रेत आयात की गई थी.

आकंड़ों के मुताबिक, 2022 में सऊदी अरब ने 3.19 मिलियन डॉलर का रेत आयात किया था.