नालंदा विश्वविद्यालय पर हुए इतने हमले, तीन महीने तक होता रहा यह काम!
क्या आप जानते हैं पूरब के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की स्थापना से 500 साल से भी पहले भारत में एक ऐसे विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी जिसमें दुनिया भर के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते थे
भारत के इस विश्वविद्यालय का नाम था नालंदा विश्वविद्यालय
427 ई. में स्थापित, नालंदा विश्वविद्यालय को विश्व का पहला आवासीय विश्वविद्यालय माना जाता है
नालंदा विश्वविद्यालय में गणित, चिकित्सा, आयुर्वेद, दर्शन, तर्कशास्त्र जैसे विषयों की शिक्षा दी जाती थी, वहीं बौद्ध सिद्धांतों का प्रसार भी यहीं से दुनिया भर में हुआ
गणित और खगोल विज्ञान में नालंदा विश्वविद्यालय के नाम तमाम उल्लेखनीय उपलब्धियां रहीं, कहा जाता है कि आर्यभट्ट जैसे विद्धान नालंदा की शोभा बढ़ाते थे
इतिहासकार बताते हैं कि विश्वविद्यालय को 1190 के दशक में बख्तियार खिलजी के आक्रमण को झेलना पड़ा
हालांकि इससे पहले 5वीं शताब्दी में मिहिरकुल के नेतृत्व में हूणों ने इस पर आक्रमण किया तो 8वीं शताब्दी में बंगाल के गौड़ राजा के आक्रमण ने भी इसे भारी नुकसान पहुंचाया
कहा जाता है कि नालंदा विश्वविद्यालय का परिसर इतना विशाल था कि आक्रमणकारियों द्वारा इसे नष्ट करने के लिए लगाई गई आग तीन महीने तक जलती रही
आज इसी जगह के पास फिर से एक बार नया नालंदा विश्वविद्यालय बनकर खड़ा है