क्या आपको पता है शरीर के कौन-कौन से अंग किए जा सकते हैं दान?
अंगदान दो तरह का होता है. पहला जीवित अंगदान और दूसरा मृत्यु के बाद अंगदान.
जीवित अंगदान में कोई व्यक्ति किडनी और पैंक्रियास का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों की मदद के लिए दान कर सकता है.
मृत्यु के बाद अंगदान में मृत व्यक्ति के वो सभी अंग दान किए जा सकते हैं जो ठीक से काम करते हो.
अंगदान में सामान्य रूप से 8 अंग शामिल हैं, जिनका दान किया जा सकता है. मृत व्यक्ति का किडनी, लीवर, फेफड़ा, ह्रदय, पैंक्रियास और आंत का अंगदान किया जा सकता है.
जीवित शख्स अगर चाहे तो वो अपनी एक किडनी, एक फेफड़ा, लीवर का कुछ हिस्सा, पैंक्रियास और आंत का कुछ हिस्सा दान कर सकता है.
इसके अलावा आंखों समेत बाकी तमाम अंगों दान मृत्यु के बाद ही किया जाता है.
कोई भी शख्स अंगदान कर सकता है. इसको लेकर किसी भी तरह की उम्र को लेकर बाध्यता नहीं है. नवजात बच्चों से लेकर 90 साल के बुजुर्गों तक के अंगदान सफल साबित हुए हैं.
हालांकि, अगर कोई 18 साल से कम उम्र का व्यक्ति अपने अंगों को दान करना चाहता है, तो उसे अपने माता-पिता की मंजूरी चाहिए होगी.
अंगदान करने के लिए www.organindia.org पर अप्लाई करे. सफल रजिस्ट्रेशन के बाद संस्थान की ओर से एक डोनर कार्ड भेजा जाता है जिस पर यूनिक गवर्मेंट रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा होता है.
ये नंबर सभी ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑरगेनाइजेशन के साथ रजिस्टर किए जाते हैं.