बैंक में एक से ज्यादा अकाउंट होने से फायदा या नुकसान, यहां जानें

एक ही बैंक अकाउंट होने से फाइनेंशियल मैनेजमेंट तो आसान होता है, लेकिन इसके अपने नुकसान हैं.

वहीं कई बैंक अकाउंट होने से बैकअप अकाउंट का फायदा मिलता है, लेकिन कहीं ये आपकी मुसीबत न बढ़ा दे, ऐसे में क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिंगल सेविंग अकाउंट रखना सबसे बेहतर है. इससे मिनिमम बैलेंस को मेंटेन रखना आसाना होता है.

क्योंकि डेबिट कार्ड AMC, SMS जैसे चार्ज के लिए कई बैंकों में भुगतान नहीं करना पड़ता. साथ ही जालसाज़ी की आशंका भी कम होती है.

वहीं फाइनेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक से ज़्यादा बैंक अकाउंट खुलवाने के कई फायदे व नुकसान होते हैं

वहीं, सिर्फ एक खाता होने पर अकाउंट के लॉगिन डीटेल्स भूलने या लोन डिफॉल्ट होने पर ट्रांजैक्शन में दिक्कत आती है

एक से ज्यादा बैंक सेविंग अकाउंट होने का मतलब निष्क्रिय खाते (Dormant Account) की संभावना है. इसमें जालसाजी की संभावना सबसे अधिक होती है

एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होने पर आपको मिनिमम बैलेंस को मेंटेन रखने में भी परेशानी हो सकती है. ऐसे में फाइन लगने की भी बहुत संभावना होती है.

बैंक में मिनिमम बैंक बैलेंस को मेंटेन रखना जरूरी होता है. अगर आपका अकाउंट कई बैंकों में है तो आपकी बड़ी रकम मिनिमम बैलेंस के चक्कर में फंसी रहती है.