मंगल ग्रह पर NASA के वैज्ञानिकों ने बिताए 1 साल, जानें कैसा रहा सफर

नासा के चार वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर एक साल गुजारने के बाद वापस लौट आए हैं. 

ये जानकार आप हैरान हो गए होंगे, कि अभी तक मंगल ग्रह पर कोई इंसान नहीं जा पाया है, ऐसे में नासा ने ये कारनामा कैसे कर दिखाया?

दरअसल, नासा मंगल ग्रह पर इंसानों को भेजने की तैयारी में लगा हुआ है. 

इसलिए ये जानने की कोशिश कर रहा है कि अगर किसी इंसान को मंगल ग्रह पर भेजा जाता है तो उसको वहां पर कौन-कौन सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. 

इन्हीं बातों को जानने के लिए नासा ने एक 3डी प्रिंटर की मदद से मंगल ग्रह जैसा माहौल वाला एक बंद इलाका तैयार किया था. 

इस बंद जगह पर नासा ने अपने 4 वैज्ञानिकों को एक साल के लिए भेजा था.

बता दें कि ह्यूटन के स्पेस सेंटर में 1700 वर्ग फीट में एक स्पेशल घर बनाया गया था. जिसमें एक मिशन के स्पेशलिस्ट, दो अन्य प्रोफेशनल और एक मेडिकल ऑफिसर को भेजा गया था. 

एक साल के दौरान इन वैज्ञानिकों ने वहां पर बाकायदा खेती की, सब्जियां उगाईं, खाना बनाकर खाया और एक्सरसाइज भी की. इसके साथ ही यान के मेंटीनेंस का काम करने के अलावा कई प्रयोग भी किए.

इन 378 दिनों में वैज्ञानिकों ने मार्सवॉक भी किया. इस दौरान नासा के वैज्ञानिकों ने इस पर भी अध्ययन किया कि अगर लंबे समय तक कोई भी इंसान पृथ्वी से दूर रहता है तो उसपर क्या प्रभाव पड़ता है. 

जिस 3डी घर में इन वैज्ञानिकों को भेजा गया था उसका नाम मार्स ड्यून अल्फा रखा गया था. इस घर में एक बेडरूम, एक छोटा जिम, खेत और लाल रेत से भरा हुआ एक इलाका था. जहां पर ये लोग सूट पहनकर मार्स वॉक करते थे. 

गौरतलब है कि नासा 2030 तक मंगल ग्रह पर इंसानों को भेजने की तैयारी कर रहा है.