बच्चों को झप्पी देना जरूरी, क्यों मनाया जाता है Global Hug Your Kids Day

आज 15 जुलाई को Global Hug Your Kids Day है. यानी अपने बच्चों को बांहों में भरकर जोर की झप्पी देने का दिन. हर साल जुलाई महीने के तीसरे सोमवार को इसे मनाने का चलन है.  

वैसे भी किसी को गले लगाना अपना प्यार जताने का सबसे बढ़िया तरीका है. मानव समाज में यह संभवत: हजारों सालों से एक सांस्कृतिक और पारिवारिक रिवाज रहा है.

गले लगने को अपना दुलार, अपने भाव दर्शाने का अचूक मंत्र कहा जा सकता है. वैसे यह सुकून पहुंचाने के तरीके के रूप में एक सहज क्रिया भी हो सकता है.

वैसे तो मां-पिता के प्यार को मापने का कोई पैमाना नहीं है, लेकिन बच्चों के गले लगकर इस एक दिन को थोड़ा और खास बनाया जा सकता है. इस दिन बच्चे को सराहें, उन्हें स्पेशल फील कराएं.

डॉक्टरों का मानना है कि एक झप्पी कई समस्याओं का हल होती है. तेजी से भागती दुनिया में 10 सेकंड या उससे अधिक की झप्पी बच्चे के साथ आपके तनाव को भी कम कर सकती है.

बच्चे से आप अगर गले मिलते हैं तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और वो समाज का अच्छे से सामना करने में सक्षम होता है.

ये दिन हमें मौका देता है कि हम अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय गुजारें, उन्हें समझें. आखिर इस दिन की जरूरत क्या है और कब हुई इसकी शुरुआत! इसकी कहानी काफी मर्मस्पर्शी है.

मिशेल निकोल्स ने इस दिन को मनाने की नींव रखी थी. पहला ग्लोबल हग योर किड्स डे 2008 में मनाया गया. उन्होंने अपने बेटे मार्क की मौत के बाद ये फैसला लिया.

मार्क 8 साल की उम्र में ब्रेन कैंसर से जिंदगी की जंग हार गया था. उसकी मौत के 10 साल बाद मिशेल निकोल्स माता-पिता को याद दिलाना चाहती थीं कि बचपन क्षणभंगुर होता है और उन्हें अपने बच्चों को गले लगाने की अतिरिक्त कोशिश करनी चाहिए.