ये है वो गांव, जहां बदबू की समस्या से परेशान रहते हैं लोग, जानें क्यों
क्या ऐसा हो सकता है जो गांव कभी देश का सबसे खूबसूरत गांव करार दिया गया हो, वहीं बाद में देश का सबसे बदबूदार गांव के रूप में पहचान बनाने लगे?
ऐसा ही एक गांव है जहां की खूबसूरती तो अब तक कायम है, लेकिन लोग यहां की बदबू से खूब परेशान हैं.
यह कोई नई बात नहीं है. यह गांव भारत में या किसी दूसरे विकासशील देश का नहीं बल्कि ब्रिटेन जैसे विकसित देश का है.
हाल ही में इसका खुलासा हुआ है कि यह गांव बदबू से क्यों भरा है.
शैल्फोंट सेंट जाइल्स बकिंघमशायर में बसा एक खूबसूरत गांव है और इसे बकिंघमशायर में सर्वश्रेष्ठ संरक्षित गांव के रूप में सम्मानित किया गया था.
सुंदर गांव में रहने वाले स्थानीय लोग इस गंध से बहुत परिचित हैं, जो मौसम के गर्म होने के साथ और भी खराब हो जाती है.
चैल्फोंट सेंट जाइल्स केवल एक छोटा सा गाँव है, जिसमें लगभग 4,700 लोग रहते हैं और न केवल उन्हें लगातार बदबू से जूझना पड़ रहा है, बल्कि अब उन्हें और भी अधिक नतीजे भुगतने पड़ रहे हैं.
नदी के किनारे का रास्ता, बच्चों का खेल का मैदान और बत्तखों का तालाब सभी बंद कर दिए गए हैं और बदबू के कारण 2024 के सर्वश्रेष्ठ संरक्षित गांव की प्रतियोगिता से गांव को बाहर होना पड़ा है.
अब आखिरकार यह पता चल गया है कि यह इतनी बुरी गंध क्यों है.
शुरू में, इसे बाढ़ के मैदान में स्थिर पानी माना जाता था, लेकिन अब पता चला है कि टेम्स वाटर मिसबोर्न नदी में रॉ सीवेज डाल रहा था, जो गांव के बीच से होकर बहती है.
यह गंध छोटे से गांव के चारों ओर फैलती है. यहां ओवरफ्लो टैंक का उपयोग नालियों से निकले पानी के बहाव को काबू करने के लिए किया जाता था.