क्या आप जानते हैं नासा ने चांद पर बिना हवा कैसे लहराया था झंडा? यहां जानें

20 जुलाई 1969 को अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज ऐल्ड्रिन चांद पर उतरने वाले पहले इंसान बने थे.

चांद पर वायुमंडल के न होने के बावजूद एक तस्वीर में वहां अमेरिकी झंडा लहराता हुआ देखा जा सकता है. 

लेकिन क्या आपको पता है चांद पर बिना हवा कैसे अमेरिका का झंडा लहराया था. 

बता दें कि अपोलो 11 मिशन लॉन्च होने से करीब 3 माह पूर्व अमेरिकी झंडा चांद पर फहराने का निर्णय लिया गया. 

इस फैसले के बाद नासा की ओर से एक सरकारी कंपनी को अमेरिकी झंडे का ऑर्डर दिया गया. जिसकी कीमत करीब 5.50 डॉलर थी.

यह झंडा नायलॉन से बनाया गया था. इसके अलावा इसे चांद पर लगाने के लिए धातु का पोल भी खरीदा गया, जोकि करीब 75 डॉलर का था. 

बताया जाता है कि इसे उस प्रकार डिज़ाइन किया गया था कि जिससे चंद्रमा की सतह पर इसे लगाने में दिक्कत का सामना न करना पड़े.

मगर जब वह असल में झंडा लगाने लगे, तो उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वो सिकुड़ा ही रह गया. जिसके कारण लोगों ने ये तक कह दिया कि चांद पर हवा नहीं है तो झंडा लहराता हुआ कैसे दिख रहा है? 

दरअसल, इंजीनियरों ने झंडे को हॉरिजॉन्टल क्रॉसबार से जोड़ा था जिससे ऐसा प्रतीत हुआ कि झंडा हवा में लहरा रहा है.