केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश कर रही हैं. 

हर देशवासी को हर साल आम बजट का इंतजार रहता है. क्योंकि, इसमें गरीब, किसान और नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए अहम घोषणाएं की जाती हैं. 

हालांकि, बजट को लेकर लोगों का नॉलेज बहुत सीमित होता है. ऐसे में आज हम आपको बजट (Budget) का मतलब बताएंगे ताकि आप आसानी से समझ सकें.

बजट फ्रैंच भाषा के शब्द बोजेत (Bougette) से बना है. बोजेत का मतलब होता है छोटा बैग. बोजेत शब्द भी लैटिन भाषा के बुल्गा (चमड़े का थैला) शब्द से बना है.

दरअसल  इस शब्द की शुरुआत इंग्लैंड में साल 1733 में हुई थी. उस समय इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री रॉबर्ट वालपॉल ने कमाई और खर्च के ब्योरे को ब्रिटिश संसद में पेश किया. 

वालपॉल के हाथ में लाल रंग का चमड़े का छोटा सा बैग था, जिसमें सरकार का आय-व्यय का ब्योरा था.  इस बैग को फ्रैंच भाषा के शब्द बोजेत के आधार पर बजेटी कहा गया, जो बाद में बदलकर बजट हो गया.

अब ये जान लीजिए बजट को 3 तरह की कैटेगरी में बांटा गया है. संतुलित बजट, सरप्लस बजट और घाटे का बजट, चूंकि डेफिसिट बजट के बारे में आप ऊपर जान चुके हैं. 

घाटे का बजट सरप्लस बजट- एक वित्तीय वर्ष में सरकार की अनुमानित आय, अनुमानित खर्चों से ज्यादा होती है तो इस बजट को सरप्लस बजट कहा जाता है. यह बजट किसी देश की आर्थिक समृद्धता को दर्शाता है.

सरप्लस बजट एक वित्तीय वर्ष में सरकार की अनुमानित आय, अनुमानित खर्चों से ज्यादा होती है तो इस बजट को सरप्लस बजट कहा जाता है. यह बजट किसी देश की आर्थिक समृद्धता को दर्शाता है.

संतुलित बजट जब एक फाइनेंशियल ईयर में सरकार की आमदनी और खर्च के आंकड़े बराबर हो तो उसे संतुलित या बैलेंस्ड बजट कहा जाता है. इस तरह के बजट से आर्थिक स्थिरता बनी रहती है.