केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश किया. 

निर्मला सीतारमण ने अपने राजनीतिक करियर का 7वां बजट पेश किया, जिसके साथ ही उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का पहला बजट किसने पेश किया था? हम बात कर रहे हैं. भारत की आजादी से पहले के बजट की.

देश के पहले बजट की बात करें तो आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 में पेश किया गया था. 

इस बजट को शनमुखम चेट्टी ने पेश किया, जो भारत के पहले वित्त मंत्री भी थे. इस वजह से शनमुखम चेट्टी को भारतीय बजट का पितामह भी कहा जाता है.

कौन थे शनमुखम चेट्टी चेट्टी का जन्म 1892 में हुआ था. वे एक वकील, राजनेता, और अर्थशास्त्री थे. भारत के वित्त मंत्री का पदभार संभालने से पहले चेट्टी 1933 से 1935 तक भारत में केन्द्रीय विधान सभा के अध्यक्ष थे. 

1935-1941 तक षण्मुखम चेट्टी भारत में चेट्टी कोच्चि राज्य के दीवान भी थे. उन्होंने 1947 से 1949 तक भारत के वित्त मंत्री के तौर पर सेवाएं दी थीं.

शनमुखम चेट्टी ने देश के राजस्व का अनुमान 171.15 करोड़ रुपए लगाया था. जबकि 197.39 करोड़ रुपए रुपए का खर्च आंका गया.

वहीं 1947 से लेकर 1955 तक बजट केवल अंग्रेजी में ही पेश होता था. 1955-56 से, सरकार ने इसे हिंदी में भी छापना करना शुरू कर दिया.

इस बदलाव का श्रेय सीडी देशमुख को जाता है, जो भारत के तीसरे वित्त मंत्री थे. 

बजट को हिंदी में प्रकाशित करने से ये फायदा हुआ कि इसकी पहुंच आम लोग तक पहुंची. उस समय लेकर अब तक बजट भाषण हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में तैयार होते आ रहा है.