सावन की पहली एकादशी पर भूल से भी ना करें ऐसी गलती, भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज
सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकदाशी कहा जाता है.
इस साल सावन की कामिका एकादशी का व्रत बुधवार 31 जुलाई को रखा जाएगा.
सावन मास की कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है.
शास्त्रों के अनुसार सावन में भगवान विष्णु की पूजा अत्यंत फलदायी मानी गई है.
कामिका एकादशी व्रत का विधि-विधान से पालन करने पर हर प्रकार के पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं. साथ ही भगवान विष्णु के साथ-साथ शिवजी की कृपा भी प्राप्त होती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कामिका एकादशी के दिन कुछ गलतियां भूलवश भी नहीं करनी चाहिए.
कामिका एकादशी के दिन तामसिक पदार्थ जैसे- लहसुन, प्याज, मांस, मछली और शराब इत्यादि का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
कामिका एकादशी के दिन इन तामसिक पदार्थों के सेवन से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं.
कामिका एकादशी के दिन किसी को भी भला-बुरा कहने, अपशब्द कहने या किसी का अपमान करने से बचना चाहिए.
कामिका एकादशी के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए और न ही दिन या शाम के समय सोना चाहिए.
कामिका एकादशी के दिन पके हुए चावल (भात) का सेवन निषेध माना गया है. कामिका एकादशी के दिन घर में चावल बनाने से बचना चाहिए.
कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के दौरान भूलकर भी काले रंग के वस्त्र ना पहनें. यह अशुभ माना गया है.