Oropouche वायरस क्या है? इस वायरस की खोज सबसे पहले 1955 में त्रिनिदाद और टोबैगो में हुई थी, जो मक्खियों के काटने से फैलता है, हालांकि यह मच्छरों के ज़रिए भी फैल सकता है.
ब्राजील के अधिकारी हाल ही में आई उन रिपोर्टों की जांच कर रहे हैं जिनमें कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं से यह वायरस अजन्मे बच्चों में फैल सकता है.
क्या हैं लक्षण? इस वायरस के लक्षण डेंगू के समान हैं. इसमें संक्रमित को बुखार, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में अकड़न, सिरदर्द, उल्टी, मतली, ठंड लगना या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षण दिखते हैं.
गंभीर मामलों में Meningitis (मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की झिल्लियों की सूजन) जैसी जानलेवा जटिलताएं हो सकती हैं. वायरस के लिए कोई विशिष्ट उपचार या वैक्सीन नहीं हैं.
रिसर्च में कहा गया कि इस वायरस में "एक बड़ा खतरा बनने की क्षमता है" क्योंकि यह व्यापक रूप से फैल सकता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है.