अस्थमा से ओलंपिक स्वर्ण पदक तक: Amy Van Dyken का करियर दुनिया भर के एथलीट्स के लिए प्रेरणा का एक स्त्रोत रहा है.
बचपन से अस्थमा से ग्रस्त होने से लेकर एथलेटिक उपलब्धियों के सर्वोच्च शिखर तक वैन डाइकेन की कहानी सही मायनों में प्रेरणा
दायक है.
18 महीने की उम्र में वैन डाइकेन को अस्थमा का पता चला. उनके डॉक्टर ने उन्हें उपचार के तौर पर तैराकी करने की सलाह दी.
लेकिन वैन डाइकेन ने भी नहीं सोचा होगा कि यह निर्णय न केवल उनके बिमारी को कम करेगा बल्कि यह उनकी छिपी हुई तैराकी क्षमता को भी निखारेगा.
तैराकी में उत्कृष्टता का पर्याय बन चुकीं एमी वैन डाइकेन ने मेडिकल बाधाओं को पार करते हुए 6 ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते.
वैन डाइकेन की सफलता 1996 के अटलांटा ओलंपिक में शीर्ष पर पहुंच गई, जहां वह एक ही ओलंपिक खेलों में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं.
2000 के सिडनी ओलंपिक के दौरान भी उनका शानदार प्रदर्शन जारी रहा और उन्होंने दो और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिए.
वर्ष 2014 में वैन डाइकेन एक गंभीर ATV दुर्घटना में घायल हो गईं, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और कमर से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया.