भारत में ऐसे कई गांव हैं जो अपने में बेहद खास हैं. वहां पहुंचने पर आपको अलग-अलग तरह की संस्कृति और चीजें  देखने को मिल जाएंगी. 

ऐसे महाराष्ट्र के इस गांव के हर घर में किताबें (Book Village of India) ही किताबें और जगह-जगह लाइब्रेरी देखने को मिलेंगी, जिसे लोग आसानी से पढ़ सकते थे. 

इस गांव का नाम है भिलार (Bhilar, Mahabaleshwar) जिसे पुस्तकांच गाव (Pustakanch Gaav) नाम से जाना जाता हैं, जो महाराष्ट्र के पंचगनी और महाबलेश्वर के पास है. 

दरअसल ये भारत का पहला किताबों वाला गांव (Book Village) है. यह अपने पुस्तक भंडारों और साहित्य महोत्सवों के लिए जाना जाता है.

इस गांव में 25 अलग-अलग जगहों पर रीडिंग स्पॉट्स बनाए गए हैं. ये स्पॉट्स, स्कूल, मंदिर, घर आदि में मौजूद हैं.

हर जगह अलग-अलग जॉनर की किताबें मौजूद हैं, जिसमें इतिहास, पर्यावरण आदि जैसे जॉनर शामिल हैं. 

टूरिस्ट इस छोटी लाइब्रेरियों में आराम से घूम फिर सकते हैं और किताबों का मजा ले सकते हैं. 

आपको महाराष्ट्र के इस गांव में आए दिन कई साहित्य से जुड़े कार्यक्रम होते रहते हैं. 

महाराष्ट्र सरकार ने इस गांव में 2017 में पहल की और गांव को साहित्य का एक ऐसा हब बनाया, जहां पर 15 हजार से ज्यादा किताबें मौजूद हैं.