मच्‍छरों ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है. इस समस्‍या से देश का शायद ही कोई हिस्‍सा होगा, जो अछूता हो. 

मच्‍छरों के कारण कई घातक बीमारियां फैलती हैं, जिससे हजारों लोगों की मौत हो जाती है. 

इन मच्‍छरों की रोकथाम करने के लिए स्पेन में हर साल लगभग 45,000 नर मच्छरों की नसबंदी की जा रही है. 

यूरोप के कई देशों में इस प्रजाति के मच्छरों की मादाएं इंसानों में डंक मार कर डेंगू, जिका बुखार और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का संक्रमण फैला रही हैं. 

दरअसल, जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी बढ़ने से यूरोपीय देशों में मच्छर, वेस्ट नील वायरस और अन्य संक्रामक बीमारियां तेजी बढ़ रही हैं. 

WHO के मुताबिक, 2000 की तुलना में 2020 तक इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 8% बढ़ गई है.

मच्छरों की नसबंदी करने के बाद उन्हें पार्क में छोड़ दिया जाता है ताकि वो मादा मच्छरों के साथ सहवास कर सकें. 

नसबंदी की वजहों से इस सहवास से अंडे नहीं पैदा होते और इन मच्छरों की संख्या घटती है. मच्छरों की नसबंदी दुनिया के कुछ और देशों में भी रही हैं

हालांकि फ्रूट फ्लाई के साथ इस प्रयोग का अनुभवी होने के कारण यूरोप में पहली बार इसी लैब ने मच्छरों के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया है.