100-200 रुपये किलो नहीं बल्कि ये है दुनिया का सबसे महंगा चावल, जानें कीमत
भारत में चावल खाने वालों की तादाद रोटी खाने वालों से कहीं ज्यादा है. उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक चावल खाने वाले आपको हर घर में मिल जाएंगे.
लेकिन आज हम आपको जिस चावल के बारे में बताएंगे उन्हें दुनिया का सबसे महंगा चावल कहा जाता है. वो इतने ज्यादा महंगे होते हैं कि उसके 1 किलो की कीमत में आप सोना खरीद सकते हैं.
दुनिया के सबसे महंगे चावल का नाम किनमेमाई राइस है. ये जापान का एक विशेष चावल है जो अपनी अनूठी खेती प्रक्रिया के लिए जाना जाता है.
इस चावल की खासियत ये है कि इसका स्वाद अखरोट और मख्खन जैसा होता है. किनमेमाई राइस बेटर व्हाइट और किनमेमाई बाटर ब्राउन अच्छे माने जाते हैं.
किनमेमाई राइस टेस्ट और हेल्थ की दृष्टि से खास माना जाता है. यह अन्य चावल के मुकाबले सॉफ्ट और Digestive होता है.
परप्लेक्सिटी एआई के अनुसार, ये ऐसा खास चावल है, जिसको पकाने से पहले धोने की आवश्यकता नहीं होती है, ये आसान तैयारी से बनता है और इसमें पानी का उपयोग कम होता है.
किनमेमाई चावल की खेती का समय अन्य चावल किस्मों की तरह यानि बुवाई से कटाई तक 105 से 150 दिनों तक होता है.
अगर कीमत की बात करें तो यह दुनिया का सबसे महंगा चावल है. इसके एक किलो के रेट में आम आदमी का 3 महीने का राशन आ जाए.
इस चावल की कीमत बाजार में करीब 15,000 रुपए प्रति किलो है. ये दाम के मामले में सबसे महंगे चावल का विश्व रिकॉर्ड रखता है.
इसके एक बॉक्स में 140 ग्राम के छह पैकेट होते हैं, इसके एक बॉक्स की कीमत USD$155 यानि करीब 13,000 रुपए है. जापान इसको पूरी दुनिया में आमतौर पर ऐसे ही बॉक्स में रखकर बेचता है.
किनमेमाई प्रीमियाम चावल का नाम दुनिया के सबसे महंगे चावल के तौर पर गिनीज वर्ल्ड ऑफ बुक रिकॉर्ड्स में दर्ज है. इसकी जापान के साथ-साथ अन्य एशियाई देशों में भारी डिमांड रहती है.