भारत में एक नदी ऐसी है जो बहती तो है लेकिन दिखाई नहीं देती, यहां जानें इसका नाम
हम बात कर रहे हैं सरस्वती नदी की. इस नदी का नाम आपने जरूर सुना होगा लेकिन शायद कभी इसे बहते हुए नहीं देखा होगा.
इसके पीछे की कहानी बेहद रहस्यमय है. हिंदू धर्म के ग्रंथों और पुराणों में सरस्वती नदी का जिक्र आपने जरूर सुना होगा.
यह नदी ऋग्वेद में भी उल्लिखित है. अनुमानित रूप से, यह नदी हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पर्वतीय क्षेत्र से निकलकर
अंबाला और कुरुक्षेत्र, कैथल से होती हुई पटियाला के नदी दृशद्वती (कांगार) में मिल जाती थी.
पौराणिक कथाओं में इस नदी को बहुत महत्व दिया गया है, लेकिन आज यह नदी धरती से विलुप्त हो गई है.
वैज्ञानिकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण करीब 5000 साल पहले सरस्वती नदी अदृश्य हो गई.
दूसरी तरफ मान्यता यह है कि ऋषि वेद व्यास ने इस नदी को श्राप दिया था, इसके कारण यह अदृश्य हो गई.
माना जाता है कि यूपी के प्रयागराज में सरस्वती नदी का गंगा और यमुना के साथ संगम होता है.