देश के इन मंदिरों में मिलता है अनोखा प्रसाद, जानकर चौंक जाएंगे आप

जगन्नाथ मंदिर, पुरी  यहां पर भगवान जगन्नाथ को प्रसाद के तौर पर 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाता है. जिन भक्तों को इस प्रसाद को ग्रहण करना होता है, वे स्टॉल्स से खरीद लेते हैं.

केरल के तिरुवनंतपुरम के पास ही बने अमाब्लपुझा में भगवान कृष्ण के मंदिर में प्रसाद के तौर पर दूध, चीनी और चावल से निर्मित पायसम मिलता है.

कोलकाता के टांगरा क्षेत्र में काली मा का एक मंदिर है. इस मंदिर में नूडल्स का प्रसाद मिलता है.

तमिलनाडु के मदुरई में बने भगवान विष्णु के अलागार मंदिर में प्रसाद के तौर पर डोसा दिया जाता है.

कामाख्या देवी मंदिर में प्रसाद के तौर पर भक्त को एक गीला कपड़ा दिया जाता है. कहा जाता है कि ये कपड़ा मां के रज से भीगा होता है.

केरल के थ्रिसुर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में धार्मिक चीजों से ओत-प्रोत सीडी, डीवीडी किताबें वितरण की जाती है.

तमिलनाडू के पलानी में अवस्थित भगवान मुरुगन के मंदिर में प्रसाद के रूप में पांच फल, गुड़ और शुगर कैंडी को मिलाकर प्रसाद के रूप में दिया जाता है.

चेन्नई के पडप्पई में बना जय दुर्गा पीठम मंदिर में प्रसाद के रूप में लोगों को ब्राउनी, बर्गर, सैंडविच और चैरी-टमाटर की सलाद दी जाती है.

राजस्‍थान के बीकानेर में देशनोक इलाके में स्थित है करणी माता के मंदिर में भक्‍तों को चूहों का झूठा प्रसाद दिया जाता है. इस मंदिर में 20 हजार से ज्‍यादा चूहे रहते हैं. इन चूहों को माता करणी की संतानें माना जाता है.

अलेप्पीकेरल के बालसुब्रमणिया मंदिर में भगवान को प्रसाद के रूप में चॉकलेट अर्पित की जाती है और चॉकलेट का ही प्रसाद वितरित किया जाता है.

उत्तरप्रदेश के सीतापुर में स्थित खबीस बाबा मंदिर में शराब का प्रसाद अर्पित किया जाता है. यहां प्रसाद के तौर पर वही शराब भक्तों में वितरित कर दिया जाता है.